गांधी की हत्या में गोडसे और उसके मित्र।
गांधी की हत्या में गोडसे के साथ जिस दूसरे आदमी को फांसी की
सज़ा हुई थी उसका नाम नारायण आप्टे था. वह ब्रिटिश गुप्तचर
संगठन का एजेंट था और उसे इस काम के लिये नियमित पैसे मिलते
थे वह एक दुश्चरित्र व्यक्ति था उसने एक सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली
बच्ची के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाये जिसके फलस्वरूप वह
बालिका गर्भवती हो गई थी, गांधी को मारने में भले ही गोली गोडसे
ने चलाई थी लेकिन उसका गुरु नारायण आप्टे ही था गांधी की हत्या
ब्रिटिश गुप्तचर संगठन ने इसलिये करवाई थी क्योंकि गांधी ने बिहार
और बंगाल के दंगे जादुई तरीके से शांत करवा दिये थे और इसके
बाद गांधी ने घोषणा करी थी कि अब वे भारत से हिंदुओं को वापिस
पाकिस्तान लेकर जायेंगे और पकिस्तान से मुसलमानों को वापिस
भारत लेकर आयेंगे और आबादी के इस स्थानातंरण को वो स्वीकार
नहीं करेंगे गांधी की इस योजना से अंग्रेज घबरा गये क्योंकि
पकिस्तान को तो पश्चिमी साम्राज्यवादी खेमे ने अरब के तेल क्षेत्र
और एशिया पर अपना दबदबा बनाये रखने के लिये एक फौजी अड्डे
के रूप में बनाया थाउन्हें लगा कि गांधी हमारा बना बनाया खेल
बिगाड़ सकता है इसलिये उन्होंने अपनी ही पैदाइश हिन्दू महासभा
और संघ में अपने लोगों को गांधी को खत्म करने का आदेश दे दिया
स्रोत - लार्ड माउंटबेटन के सचिव नरेन्द्र सिंह सरीला की पुस्तक विभाजन की असली कहानी
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